भारत के 5 सबसे लंबे रेलवे ब्रिज : नमस्कार दोस्तों , हमारा देश भारत, विविधता और विशालता का देश है, जहाँ नदियाँ पर्वतों से बातें करती हैं, और रेलगाड़ियाँ उन नदियों के ऊपर से इंसानों के सपनों को पार कराती हैं। भारतीय रेलवे, सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट सिस्टम नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की भावनाओं की धड़कन भी है।
क्या आपने कभी सोचा है की भारत के 5 सबसे लंबे रेलवे ब्रिज कौन – कौन से है| यदि आपको नहीं पता तो आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको अपने प्यारे भारत देश के 5 सबसे लंबे रेलवे ब्रिज के बारे में पूरी जानकारी साझा करने वाले है , इसलिए आर्टिकल में लास्ट तक बने रहें और सही जानकारी प्राप्त करें |
भारत के 5 सबसे लंबे रेलवे ब्रिज
- बोगीबील ब्रिज, असम
- विभूति नारायण ब्रिज, बिहार
- वेम्बनाड ब्रिज, केरल
- नेहरू सेतु, बिहार
- पंबन ब्रिज, तमिलनाडु
बोगीबील ब्रिज, असम (Bogibeel Bridge)

आपको बता दे की भारत का सबसे लंबा रेलवे ब्रिज का नाम बोगीबील ब्रिज है ,जो की असम में स्थित है | ब्रह्मपुत्र नदी पर बना यह पुल न सिर्फ भारत का सबसे लंबा रेलवे-सह-सड़क पुल है, बल्कि सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। जिसकी टोटल लंबाई लगभग 4.94 किलोमीटर है, और यह दो स्तरों पर बना हुआ है “नीचे रेलवे ट्रैक और ऊपर सड़क मार्ग “|
आपको जानकार हैरानी होगी की इस ब्रिज को बनाने में 16 साल का समय लगा था , लेकिन जब 25 दिसंबर 2018 को इस ब्रिज का उद्घाटन हुआ, तो सिर्फ एक पुल नहीं खुला बल्कि असम और अरुणाचल प्रदेश के लाखों लोगों के लिए रोज़गार, शिक्षा और स्वास्थ्य की नई राहें खुल गईं।
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विभूति नारायण ब्रिज, बिहार (Vibhuti Narayan Bridge)

बिहार के मोकामा में गंगा नदी पर बना यह ब्रिज 4.9 किलोमीटर लंबा है। इस ब्रिज का नाम बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री विभूति नारायण राय के नाम पर रखा गया है। बिहार का यह पुल सड़क और रेलवे दोनों के लिए बना है जो उत्तर व दक्षिण बिहार को जोड़ने का प्रमुख जरिया है।
जब भी यह ट्रेन इस पुल से गुजरती है, तो नीचे बहती गंगा और पुल के दोनों ओर खड़ी हरी धरती एक साथ कई कहानियाँ कहती हैं। यहाँ सिर्फ यात्री ही नहीं चलते, बल्कि इतिहास, संस्कृति और उम्मीदें भी साथ चलती हैं।
वेम्बनाड रेल ब्रिज, केरल ( Vembanad Rail Bridge )

कोच्चि के पास वेम्बनाड झील पर बना यह पुल खास है क्योंकि यह ब्रिज सिर्फ मालगाड़ियों के उपयोग के लिए किया जाता है। जिसकी लंबाई 4.62 किलोमीटर है| जिसे की 2011 में चालू किया गया था।
नदी का शांत जल और उसके ऊपर दौड़ती भारी-भरकम ट्रेनें एक ऐसा दृश्य है जो बताता है कि केरल सिर्फ प्रकृति की गोद में नहीं बसा, बल्कि वहां आधुनिकता भी पूरी रफ्तार से दौड़ रही है।
नेहरू सेतु, बिहार ( Nehru Bridge)

गंगा नदी पर बना यह शानदार रेलवे पुल नेहरू सेतु बिहार के बरौनी और कटिहार सेक्शन को जोड़ता है| जिसकी टोटल लंबाई 3.65 किलोमीटर है। इसका नाम भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के नाम पर रखा गया है। इस पुल की खासियत यह है कि ये बिहार के उत्तर और दक्षिण हिस्सों को जोड़ता है और बाढ़ के समय जब बाकी रास्ते बंद हो जाते हैं, तो यही पुल जीवनरेखा बन जाता है।
पाम्बन ब्रिज, तमिलनाडु ( Pamban Bridge)

पाम्बन ब्रिज भारत का सबसे पुराना समुद्री रेलवे पुल है जो 1914 में बना था, यह ब्रिज रामेश्वरम को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है। जिसकी टोटल लंबाई 2.3 किलोमीटर है।
आज़ादी से पहले जब देश के पास सीमित संसाधन थे, तब भी ऐसा चमत्कारी पुल बनाना अपने आप में भारत की इंजीनियरिंग की ताकत को दर्शाता है। इस ब्रिज की एक और खासियत है कि इसका ओपनिंग सिस्टम, जिससे समुद्री जहाज़ को रास्ता देने के लिए पुल को बीच से उठाया जा सकता है। अब इसका नया संस्करण भी बनाया जा रहा है जो और भी ज्यादा मजबूत, तेज और आधुनिक होगा।
Note: आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस आर्टिकल मे दी गई पूरी जानकारी इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों के आधार पर दी गई है |
निष्कर्ष:
भारत के सबसे लंबे रेलवे ब्रिज देश की गति, सामर्थ्य और जज़्बे का परिचायक हैं। ये हमें बताते हैं कि सीमाएँ सिर्फ नक्शे पर होती हैं, असली भारत तो वहाँ बसता है जहाँ लोग इन सीमाओं को पार कर एक-दूसरे से जुड़ते हैं। आज के इस लेख में हमने आपको भारत के 5 सबसे लंबे रेलवे ब्रिज ( India Longest Railway Bridges ) के बारे में पूरी जानकारी साझा की है ,आशा करते है की आपको यह लेख जरूर पसंद आया हो |जानकारी पसंद आई हो तो आर्टिकल को शेयर जरूर करें |
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